Update Time :
11:49:29 pm, Tuesday, 5 October 2021
111
पुराने बस अड्डे में वाहन खड़ा करने के मनमर्जी की दरों पर अंकुश लगाने की मांग
चंबा, 5 अक्तूबर (विनोद): कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को पार्किंग शुल्क को लेकर आंशिक धरना प्रदर्शन किया तो साथ ही इस संदर्भ में उपायुक्त चंबा को ज्ञापन सौंप कर जांच की मांग की। शहर के पुराने बस अड्डे पर छोटे निजी व पर्यटन वाहनों की पार्किंग के लिए समय के अनुसार शुल्क निर्धारित वसूल करने की मांग की।ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चंबा करतार सिंह की अगुवाई में कांग्रेस ने यह सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया।
कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी डीसी कार्यालय के बाहर धरे पर बैठे
इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी चम्बा के पूर्व अध्यक्ष एवं चुराह के पूर्व कांग्रेस विधायक सुरेंद्र भारद्वाज, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के महासचिव भानु प्रताप सिंह, पार्षद खालिद मिर्जा, वरिष्ठ नेता अब्दुल गनी, विशाल बनवार मौजूद रहे।
कांग्रेस ने कहा लोगों की मजबूर का फायदा उठाया जा रहा
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष चंबा करतार ठाकुर ने कहा कि बेहद अफसोस की बात है कि चंबा शहर में मौजूद पुराने बस अड्डे को HRTC प्रबंधन ने पेड पार्किंग स्थल बना दिया है। उसने इस कार्य को ठेकेदार को सौंप रखा है। शहर में पार्किंग की सुविधा नहीं होने की वजह से इस कार्य को करने वाले ठेकेदार के कर्मचारी वाहन मालिकों की मजबूर का फायदा उठाते हुए मनमर्जी से पार्किंग शुल्क वसूल रहें है।
उन्होंने बताया कि वैसे तो उक्त पार्किंग स्थल पर वाहन शुल्क से संबंधित बोर्ड तो मौजूद है लेकिन जब भी कोई वाहन चालक वहां पर अपनी गाड़ी को पार्क करने जाता है तो उससे कम समय की वजाए ज्यादा समय वाला शुल्क वसूला जाता है। कोई वाहन पार्क करने वाला अगर कम समय तक ही वाहन खड़ा करने की बात करता है तो वहां तैनात ठेकेदार के कर्मचारी उसके साथ उलझते हुए उसे वहां से वाहन हटाने की धमकी तक देते है।
यही वजह है कि अपने जरूरी कार्यों के चलते जिला के विभिन्न क्षेत्रों से आए वाहन चालकों व मालिकों को बाजार में पार्किंग की दूसरी व्यवस्था न होने के कारण ठेकेदार के कर्मचारियों की मनमर्जी के आगे झूकने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
करतार ठाकुर ने कहा कि उपायुक्त को सौंपे अपने मांग पत्र के साथ कांग्रेस ने इससे संबन्धित सबूत भी सौंपे और इस पूरे मामले की जांच करते हुए कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। करतार ठाकुर ने कहा कि ऐसा आभास होता है कि इस गोरखधंधे में HRTC प्रबंधन भी शामिल है।
क्योंकि उक्त पार्किंग स्थल पर HRTC प्रबंधन ने पार्किंग शुल्क से संबंधित बोर्ड तो लगा रखा है लेकिन इन आदेशों को ठेकेदार अमलीजामा पहना रहा है या नहीं इस बात की जांच करना जरूरी नहीं समझा है। ऐसे में जिला प्रशासन ही इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए ताकि वाहन पार्क करने वाले लोगों को लुटने का यह धंधा बंद हो सके।