Chamba Forest Department on High Alert : जिला चंबा में वन संपदा की तस्करी को रोकने को वन विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। जगह-जगह पर नाके लगाकर हिमाचल वन विभाग तलाशी अभियान को अंजाम दे रहा है तो साथ ही रात्रि गश्त की जा रही है। विभाग का कड़ा रूख देख वन संपदा तस्करी करने वालों के हड़कंप मचा हुआ है।
चंबा, ( विनोद ): अवैध कटान व अवैध कसमल उखाड़ने के मामलों को लेकर सुर्खियों में बना वन विभाग अब किसी भी प्रकार की ढलाई देने के मूड में नहीं है। वन सर्कल चंबा के दायरे में कार्यरत सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को विशेष सतर्कता बरतने के आदेश जारी है। इस वजह से जगह-जगह पर वन विभाग की गठित टीमें नाके लगाने के साथ रात्रि गश्त को अंजाम दे रही है।
जिला चंबा में पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि वन विभाग महज अपनी चैक पोस्ट में जांच प्रक्रिया को अंजाम देने तक सीमित नहीं है। बल्कि जगह-जगह पर नाके लगाकर वहां से गुजरने वाले वाहनों की जांच कर रहा है। इसी तरह से जिला चंबा में अवैध कटान के दृष्टिगत संवेदनशील वन बीट में भी गश्त बढ़ा दी गई है।
वन मंडल चंबा की बात करें तो इसके दायरे में आने वाले क्षेत्र में किसी भी प्रकार की वन संपदा की तस्करी को कोई भी अंजाम न दे सके इसे सुनिश्चित बनाने को DFO चंबा कृतज्ञ कुमार खुद गठित टीमों के साथ औचक निरीक्षण प्रक्रिया को अंजाम दे रहे है। यही वजह है कि वन विभाग को हर दिन कोई न कोई सफलता प्राप्त हो रही है।
हाल ही में वन विभाग की टीम ने जोच के पास एक व्यक्ति की कब्जे से मोनाल की कलगी बरामद की तो साथ ही वन मंडल चंबा के दायरे में आने वाले एक गांव से इमारती लकड़ी भी कब्जे में ली। विभाग का कड़ा रुख देखकर यह सहजता से आभास होता है कि अब वह वन संपदा को नुक्सान पहुंचाने वाले या फिर वन संपदा की तस्करी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आने का फैसला ले चुका है।
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वन मंडल अधिकारी चंबा कृतज्ञ कुमार ने बताया कि कश्मल सहित अन्य वन संपदा की तस्करी को रोकने के लिए पूरा डिविजन सील कर दिया गया है। दिन-रात विभागीय कर्मचारी पेट्रोलिंग कर रहे हैं। कोई भी व्यक्ति वन संपदा को नुक्सान पहुंचाता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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