जिला चंबा में यहां ओमिक्रोन का मामला सामने आया

स्वास्थ्य विभाग की सर्तकता रंग लाई, पिछले माह भेजे सैंपल की रिपोर्ट आई

चंबा, (विनोद): जिला चंबा में ओमिक्रोन का मामला सामने आया है। यह पहला ऐसा मामला है जिसकी बाहर जाने या फिर बाहर से आने से संबंधित कोई भी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के सामने यह सवाल पैदा हो गया है कि आखिर इस 16 वर्षीय लड़का कैसे ओमिक्रोन पॉजिटिव आया है।
इस मामले को सामने लाने का पूरा श्रेय जिला स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता को जाता है, क्योंकि ओमीक्रोन की जांच करने के लिए बाहर से आने वाले लोगों के कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर ही भेजे जाते थे, लेकिन यह मामला रैंडम सैंपलिंग के माध्यम से सामने आया है।
सीएमओ चंबा डा. कपिल शर्मा की माने तो स्वास्थ्य विभाग ने बीते माह जिला चंबा के चुराह घाटी में रैंडम सैंपलिंग करवाई थी जिसके तहत चुराह की गनेड़ पंचायत का 16 वर्षीय लड़का कोविड-19 संक्रमित पाया गया था।

 

इस मामले पर स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता दिखाते हुए 30 दिसंबर को उसका सैंपल ओमीक्रोन जांच के लिए दिल्ली भेजा था। उक्त सैंपल की रिपोर्ट आज वीरवार को जिला स्वास्थ्य विभाग चंबा को प्राप्त हुई।
यह रिपोर्ट ओमीक्रोन पॉजिटिव पाई गई।

 

इस रिपोर्ट के आते ही जिला स्वास्थ्य विभाग के माथे पर चिंता की लकीरे उभर आई है। हालांकि cmo चंबा की माने तो जब इस सैंपल को जांच के लिए भेजा गया था तो उस समय यह लड़का कोविड पॉजिटिव पाया गया था जिसके चलते वह होम आइसोलेट पर था। अब तो उक्त लड़का नेगेटिव भी आ गया होगा।

 

उन्होंने यह भी बताया कि इस लड़के के कोविड पॉजिटिव आने के बाद उसके संपर्क में आने वालों के भी सैंपल ले लिए गए थे।

गौरतलब है कि जिला चंबा में पिछले कुछ दिनों से लगातार कोविड के नये मामले काफी संख्या में सामने आ रहे हैं जिस वजह से कोविड संक्रमित होने वालों का आंकड़ा हर दिन बढ़ रहा है। ऐसे में बगैर यात्रा हिस्ट्री के यह पहला ओमीक्रोन का मामला सामने आने से निसंदेह स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन के लिए भी चिंता की स्थिति पैदा करने वाला है। 
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